नदियोंकी पवित्रताकी रक्षा, धर्मकर्तव्य ही है !
धर्मशास्त्रके अनुसार 'जल श्रीविष्णुका निवासस्थान है, अतः उसे प्रदूषित नहीं करना चाहिए' । नदी प्रदूषणमुक्त करने हेतु -
१. नदीमें प्लास्टिक, कूडा-कचरा इत्यादि न फेंकें !
२. नदीमें कुल्ला करना, मल-मूत्र विसर्जन इत्यादि न करें !
३. कारखानोंके कारण हो रहे नदी-प्रदूषणका वैधानिक विरोध करें !
हिंदुओ, नदियोंकी पवित्रताकी रक्षा करो । इसके लिए अन्योंको भी प्रेरित करो एवं श्रीविष्णुकी कृपा पाओ !
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