Thursday, September 18, 2014

नाभिषेको न संस्कार: सिंहस्य क्रियते मृगैः | विक्रमार्जितराज्यस्य स्वयमेव मृगेंद्रता || ........ जंगल में पशु शेर का संस्कार करके या उसपर पवित्र जल का छिडकाव करके उसे राजा घोषित नहीं करते बल्कि शेर अपनी क्षमताओं और योग्यता के बल पर खुद ही राजत्व स्वीकार करता है ।

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